
वाराणसी। पिछले दो सालों में कोविड 19 महामारी ने जब दुनियाभर में तबाही मचाई तब मन चिकित्सकों ने अपना दिन रात एक कर दिया। उन्होंने न सिर्फ लाखों आने बचाई बल्कि अपने अनुभव और वेस्ट प्रेक्ट्सि से आने वाले खतरों में चुनौतियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब दुनियाभर के ये डॉक्टर वाराणसी में 31 मार्च से आयोजित होने जा रही नेषकॉन वार्षिक कॉन्फ्रेंस में जुटेंगे दुनिया के सबसे प्राचीन शहरों में से एक बनारम की धरती पर 2 हजार ज्यादा मन चिकित्सकों के साथ ही बेस्ट फिजिशियन और पल्मोनोलॉजिस्ट 31 मार्च से एकजुट होंगे।ये डॉक्टर कोविड की लहरों में अपने अनुभवों के साथ ही आने वाले संभावित खतरों के लिए नई चिकित्सा पद्धति पर चर्चाकरेंगे। पल्मोनरी (फुफ्फुसीय) रोगों पर 23वें संयुक्त राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन इंडियन चेस्ट सोसाइटी (आईसीएस) और नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन इंडिया की ओर से किया जाएगा।चार दिनों तक 16 वर्कशॉप और टॉक्स आयोजित होंगी. 16 वर्कशॉप 6 होटल्स में आयोजित होंगी तो वही टॉक और डिस्कशन 1, 2 और 3 अप्रैल को दीनदयाल हस्तकला संकुल वाराणसी में आयोजित होंगे.तीन दिनों तक मचेगा धमाल नेपकॉन के तहत कल्चरल नाइट का भी आयोजन किया जाएगा। तीन दिनों तक बॉलीवुड और देश के जाने-माने आर्टिस्ट अपनी परफॉर्मेंस देंगे। पहले दिन 31 मार्च को ‘शिवा मंजरी’ कार्यक्रम के तहत विशाल कृष्णा और उनका ग्रुप प्रस्तुति देगा। इसके बाद ‘पन्मोज गॉट टैलेट का आयोजन होगा। जिसमें डांस सॉन्ग और अन्य प्रतिभा की प्रस्तुति होगी।कार्यक्रम के दूसरे दिन बॉलीवुड के जाने-माने सिंगर शान की परफॉर्मेंस होगी। ज्ञान यहां अपनी शानदार परफॉर्मेंस से एंटरटेन करते नजर आएंगे। तीसरे दिन बॉलीवुड जैमर के साथ डीजे नाइट का आयोजन किया जाएगा। डॉ. सामरिया कॉन्फ्रेंस के आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. जे. के सामरिया ने बताया कि यह कॉन्फ्रेंस हर साल आयोजित की जाती है लेकिन चूंकि हमारे डॉक्टर कोरोना के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहे थे ऐसे में इसे पिछले दो साल से वर्चुअन आयोजित किया जा रहा था। कॉन्फ्रेंस जाने वाले समय के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। इसमें देश-दुनिया के जाने-माने डॉक्टर अपनी नई रिसर्च में नई गाइडलाइन का निर्माण करने में मदद करेंगे। इलाज की पद्धति बदलने और कोबिद की चाँधी लहर की तैयारी पर चर्चा होगी। कॉन्फ्रेंस में निकले नतीजों से सरकार को कोविड के खिलाफ नई पॉलिसी बनाने में मदद मिलेगी।इस आयोजन में बीएचयु के सीनियर डॉक्टर डॉ जी एन श्रीवास्तव और साथ वाराणसी के सीनियर डॉक्टर माटा भी उपस्तिथ थे।
