
वाराणसी।वाराणसी में अगस्त से जमीन और मकान खरीदना और महंगा हो जाएगा। जमीन, मकान, दुकान और किराएदारी समझौते पर 10 से 15 फीसद सर्किल रेट बढ़ जाएगा। इसको लेकर उप निबंधन ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। कुछ प्रमुख मार्गों पर विसंगतियां दूर करने के लिए सर्किट रेट बदलाव किया गया था। इस बार नगरीय सीमा का विस्तार भी हुआ है, जहां के सर्किट रेट में ज्यादा वृद्धि की जाएगी यानी अब काशी में अपना आशियाना इतना आसान नहीं रह जायेगा।वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया की वाराणसी में पिछले पांच साल से सर्किट रेट में वृद्धि नहीं की गई है, जिसमें दो साल कोरोना की वजह से कोई बदलाव भी नहीं किया गया। अगस्त 2022 से सर्किट बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है, लेकिन इस बार सर्किट रेट को बहुत ही सरल किया जाएगा। लोगों को समझने में आसानी होगी। इस बार पूरे प्रदेश में एक समान तरीके से रेट में वृद्धि की जाएगी। नगरीय सीमा क्षेत्र को नगर निगम ने पांच जोन में बांटा है। इसी तर्ज पर वाराणसी के प्रमुख इलाकों के नाम से वाराणसी में 20 जोन में बांटा जाएगा। हर जोन पर सर्किल रेट अलग होगा।किन-किन क्षेत्रों में विकास होने के साथ पुराने संग नई सड़कें बनाई गई हैं। उनका स्थान और आराजी नंबर आते ही उप निबंधन विभाग मूल्यांकन कर जमीन का सर्किल रेट तय करेगा। जनपद में कई विकास योजनाएं तेजी से काम कर रही हैं। खासकर सरकार का जोर सड़कों पर ज्यादा था। पुरानी सड़कों की मरम्मत करने के साथ चौड़ीकरण किया। कई नई सड़कों को बनाया। इसे भी ध्यान में रखकर सर्किट रेट तय किया जा रहा है कई ऐसे इलाके है जहा से दो से तीन गुना तक कीमत बढ़ जाएगी।
दूसरी तरफ सर्किल रेट के बढ़ने से आम जनता में रोष है जनता मानती है की ऐसे ही महंगाई आसमान छू रही है ऐसे में सर्किल रेट के बढ़ने से अपना अशियाना या अपनी जमींन लेने की हसरत पर पानी फिर सकता है जो सही नहीं है सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।