
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कोविड काल में जीवन और आजीविका दोनों बचाने के प्रयास का असर अब दिखने लगा है। वाराणसी के रेहड़ी पटरी व्यवसायी पीएम स्वनिधि योजना का लाभ उठाकर अपना व्यापार बखूबी चला रहे हैं और अब तो उनका कारोबार बढ़ने भी लगा है। सरकार की इस योजना में मदद कर रहा है जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा)। वाराणसी में पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत अबतक 44 करोड़ 88 लाख 20 हजार का ऋण वितरित किया जा चुका है।कोविड काल में बे-पटरी हुए रेहड़ी पटरी व्यवसाइयों का व्यवसाय एक बार फ़िर पटरी पर तेजी से लौटने लगा है। योगी सरकार ने रेहड़ी पटरी व्यवसाइयों को जहां एक तरफ व्यवसाय करने के लिए जगह चिह्नित करके दिए है, जिससे पुलिस और अन्य विभाग इनको परेशान न करें। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से प्राप्त ऋण से इनके जीवन में भी अब बदलाव आ रहा है। जिला नगरीय विकास अभिकरण की परियोजना अधिकारी निधि बाजपेई ने बताया कि जून 2020 से अब तक 38,895 रेहड़ी पटरी व्यवसाइयों को करीब 45 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया जा चुका है। रेहड़ी पटरी और ठेला व्यवसायियों ने 10 हजार रुपए का लोन लेकर अपने व्यवसाय को शुरू किया था। सरकार की मदद और अपनी मेहनत से आज लाभार्थियों का व्यवसाय बढ़ता ही जा रहा है। इसके साथ ही लाभार्थी अब तीसरी क़िस्त 50 हज़ार पाने के पात्र भी हो गए है।

परियोजना अधिकारी ने बताया कि इस योजना में लाभार्थी को नियमानुसार ब्याज पर 7 प्रतिशत की सब्सिडी मिलती है। ऋण की पहली किश्त 10 हज़ार रुपए की है। इसके लिए 33,184 पात्र आवेदन मिले थे, जिसमे 32,993 स्वीकृत हुए ,और अबतक 38,895 लाभार्थियों को ऋण मिल चुका है। अच्छा व्यवसाय करके 13,522 लाभार्थियों ने लोन चुका दिया है। पहला लोन चुकाने के बाद दूसरा लोन 20 हज़ार का जारी होता है। लोन की दूसरी किश्त पाने के लिए 10,461 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमे 5987 लाभार्थियों को ऋण मिल चुका है। सरकार लोन की तीसरी किश्त 50 हज़ार देती है, जिसके पात्र लाभार्थियों को ऋण दिया जा रहा है। डूडा लाभार्थियों को बैंक से ऋण दिलाने में मदद करता है।