वाराणसी। पूरी दुनियां का सबसे अधिक सहिष्णु हिन्दू समाज इन इस्लामी जिहादियों के जहरीले बोल से न सिर्फ आहत है बल्कि छला हुआ महसूस कर रहा है। काशी धर्म परिषद के अध्यक्ष महंत बालक दास जी के नेतृत्व में धर्माचार्य, सामाजिक कार्यकर्त्ता, अधिवक्ताओं के साथ दलित समाज की महिलाएं भी थाने पहुंचीं ताकि भगवान का अपमान करने वाले जिहादियों के खिलाफ कार्यवाई हो सके।काशी धर्म परिषद ने लमही के सुभाष भवन में बैठक कर सरकार से यह पूछा है कि हिन्दू धर्म को शांति के लिए कितनी कीमत चुकानी पड़ेगी। इस्लामी जिहादी भारत के हिन्दू समाज को आतंकित कर रहे हैं, रोज नारे लगा रहे हैं कि गर्दन काटकर हत्या कर देंगे। इस्लामी जिहादियों का नारा सिर्फ नारे तक सीमित नहीं रहा, इन सबों ने योजना बनाकर गर्दन काट भी दी।
31 मई 2022 को टीवी चैनल पर भगवान शिव पर टिप्पणी करने वाला सरफराज और मौलाना इलियास शर्फुद्दीन खुलेआम घूम रहा है, आज तक किसी मुस्लिम धर्मगुरु ने इन सबों के खिलाफ कुछ नहीं कहा। हम धैर्य के साथ लालपुर–पांडेयपुर थाने में तहरीर दिये हैं ताकि दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाई हो सके। हमें कानून पर भरोसा है। पुलिस तत्काल इन दोनों जिहादियों को गिरफ्तार कर जेल में डाले।लालपुर–पाण्डेयपुर थाना प्रभारी सतीश यादव को मौलानाओं का वीडियो दिखाकर सारे साक्ष्य सौंपे गये। थाना प्रभारी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने का आश्वासन दिया।काशी धर्म परिषद के प्रवक्ता एवं विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीगुरूजी ने कहा कि रोज अपमान करने वालों को जेल में डालो। ये भारत के दुश्मन हैं और भारत को आतंकित करना चाहते है। इन आतंकियों और जिहादियों से डरने की नहीं, कानूनी रास्ते से इनको जेल भिजवाने की जरूरत है।
काशी धर्म परिषद के अधिवक्ता आत्म प्रकाश सिंह ने कहा कि दोनों मौलानाओं ने अपमानजनक टिप्पणी का गम्भीर अपराध किया है जो क्षमायोग्य नहीं है। यह हिन्दू धर्म के करोड़ो अनुयायियों के मौलिक एवं विधिक अधिकारों का हनन है।थाने जाकर तहरीर देने वालों में महंत बालक दास, डा० राजीव श्रीगुरूजी, कोतवाल विजयराम दास, महंत अनुराग दास, महंत महावीर दास, आत्म प्रकाश सिंह, सुभाषवादी नेता अजय सिंह, विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव अर्चना भारतवंशी, धनंजय यादव, मृत्युंजय यादव आदि लोग मौजूद रहे।