भारतीय अवाम पार्टी ने कैसे घुसपैठियों पर लिया एक्शन
भारत के गृहमंत्री अमित शाह को भारतीय अवाम पार्टी ने पत्र भेजा, सारे फसाद की जड़ है बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान।
वाराणसी, 4 मई। भारत में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानों के अवैध घुसपैठ से बढ़ रहे सामाजिक और धार्मिक असंतुलन से नाराज सुभाषवादियों ने घुसपैठियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भारतीय अवाम पार्टी की राज्य इकाई ने लमही के सुभाष मंदिर के सामने घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और घुसपैठियों का पुतला फूंका। भारतीय अवाम पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन ने खुद ड्रम बजाकर बंगलादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भारत को संगठित तरीके से बर्बाद करने का मंसूबा पाल रहे रोहिंग्या और बंगलादेशियों को हर कीमत पर देश के बाहर खदेड़ने के लिए धीरे–धीरे सुभाषवादियों की लामबंदी बढ़ रही है। घुसपैठियों की वजह से देशभर में बढ़ रहे अपराध और हिंसा के खिलाफ भारत के हिन्दू और मुसलमानों को जागरूक करने के लिए भारतीय अवाम पार्टी के नेताओं ने ड्रम बजाया।इस अवसर पर भारतीय अवाम पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने घुसपैठियों को बाहर निकालो, रोहिंग्या भारत छोड़ो, बंगलादेशियों बाहर जाओ का नारा लगाया।
दरअसल रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमान अवैध घुसपैठ कर भारत विरोधी गतिविधियां चला रहे हैं। जगह–जगह इनकी बस्ती बनती चली गयी। मुस्लिम इलाकों में जिन लोगों ने बंगलादेशियों को सहारा दिया, आज उन्हीं के लिए सरदर्द बन चुके है। अपराध, हिंसा, चोरी और उपद्रव के पीछे यही रोहिंग्या और बांग्लादेशी हैं जो फर्जी आधार कार्ड बनवाकर यहीं के नागरिक बन गए हैं। अपराध ये करते हैं और बदनाम भारतीय मुसलमान होता है। ये भारत के नहीं हैं लेकिन हमारे संसाधनों पर कब्जा कर रहे हैं, छोटे रोजगार पर कब्जा कर लिए हैं, बिजली पानी पर अधिकार कर रहे हैं। हाल ही में रामनवमी और हनुमान जयंती के अवसर पर निकले शोभायात्रा पर पथराव करने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमान हैं।
भारतीय अवाम पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन ने कहा कि देश मे छोटे रोजगार के खत्म होने, बिजली की समस्या और देश में बढ़ते अपराध के पीछे रोहिंग्या मुसलमान हैं, जो हमारे देश की धार्मिक और सामाजिक संतुलन को रोज बिगाड़ रहे हैं। देश मे बढ़ती नफरत के पीछे इन्हीं घुसपैठियों का कारनामा है। जो नेता इनके पक्ष में बोल रहे हैं, उनकी संपत्ति जब्त कर लेनी चाहिए। इनको बाहर नहीं निकाला गया तो मूल भारतीयों पर इनका हमला बढ़ेगा। ये सब हमसे हमारे ही संसाधनों को छीनने आये हैं, हर कीमत पर इनको बाहर निकालना होगा। जो देश मानवाधिकार के चैंपियन बन रहे हैं वो अपने देश में इन रोहिंग्या मुसलमानों को शरण दें। भारत को बदनाम करने, धार्मिक स्थलों पर हमला करने में ये सबसे आगे हैं। झगड़ा हिन्दू मुसलमान के बीच नहीं, बल्कि भारतीय और विदेशी मुसलमानों के बीच है।भारतीय अवाम पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश ने कहा कि ये शरणार्थी नहीं, कब्जा करने वाले शत्रु हैं। इनको बाहर का रास्ता दिखाओ।राष्ट्रीय सचिव पप्पू मिश्रा ने कहा कि भारतीय अवाम पार्टी देश के हितों के साथ समझौता नहीं कर सकती। देश के दुश्मन हमारे देश में नहीं रहेंगे।घुसपैठियों के खिलाफ पुतला दहन में प्रदेश महासचिव विजयशंकर विद्रोही, अनिल कुमार पाण्डेय, प्रदेश सचिव संजय कुमार प्रजापति, जिला उपाध्यक्ष शोभनाथ प्रजापति, जिला महासचिव हरीश यादव काका, सुनीता श्रीवास्तव, पूनम श्रीवास्तव, रमता श्रीवास्तव, सरोज देवी आदि लोग शामिल रहे।