वाराणसी । काशी में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘कल मेरी बेइज्जती का बदला यूपी की मां-बहन लेगी। हमें यूपी आना चाहिए या नहीं, यह यहां की मां-बहन बताएंगी। याद रखना बीजेपी ने जो पाप किया है वह पाप भूला नहीं जाएगा। बीजेपी को एक धक्का दो और पूरे यूपी से फेंक दो। राष्ट्रहित में बीजेपी को फेक दो। लखीमपुर में बीजेपी जो किया है उसके लिए धक्का दो। हिम्मत से खेला होगा। हम मरने के लिए तैयार है, लेकिन हम डरने के लिए तैयार नहीं हैं।ममता बनर्जी ने कहा, ‘आप सभी का उत्साह देखकर ऐसा लग रहा है कि सुबह आने वाली है। रोशनी आने वाली है। अंधेरा जाने वाला है। यूपी का अच्छा दिन आने वाला है। देश से बीजेपी जाने वाली है। सपा गठबंधन जीतेगा। बीजेपी हारेगी और हारेगी। यूपी की माटी और धरती को नमन करके आप सभी के प्रति आभार…। एक साथ में लड़ो, एक साथ आगे बढ़ो, हम दिखाएंगे कि सूरज की रोशनी किसके ऊपर है’।
वाराणसी में रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि- ममता जी के यहां आते ही ना केवल बीजेपी हारेगी आज जहां वोट पड़ रहा है छठवें चरण में और जब सातवें चरण में जब वोट पड़ेगा तब बीजेपी का सफाया हो जाएगा। पूर्वांचल की जनता बीजेपी को माफ नहीं करेगी बल्कि साफ करेगी। जनता सपा सरकार बनाने का मन बना चुकी है। छठे चरण में जनता बीजेपी को छांट देगी और सातवें चरण में आते-आते गठबंधन का इतना मजबूत बहुमत होगा जिसकी कल्पना बीजेपी ने नहीं की होगी। अखिलेश ने कहा कि हम पूर्वांचल का अभूतपूर्व विकास करेंगे। संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव रेलवे स्टेशन, पानी के जहाज, बंदरगाह, एयरपोर्ट बेच रहे हैं। जब सब बिक जाएगा तो कौन मांगेगा नौकरी । संविधान में जो अधिकार मिलते थे उन अधिकारों को कौन देगा। यह चुनाव यूपी के भाग्य का चुनाव है। ये चुनाव इस बात के लिए है कि नहीं भारत का संविधान बचेगा या नहीं बचेगा। इतना ऐतिहासिक समर्थन कभी नहीं मिला जो आज मिल रहा है। बीजेपी के लोगों ने सपना दिखाया था कि बनारस को क्योटो बना देंगे।झूठ का रस निकलेगा इस बार बनारस के लोग भाजपा के झूठ का रस निकालने का काम करेंगे। कोई दंडवत होकर माफी मांग रहा है, कोई कान पकड़ कर उठक-बैठक कर रहा है, कोई तेल मालिश कर रहा है। बीजेपी वाले जान चुके हैं कि किसान और युवा उनको माफ करने वाले नहीं हैं। अखिलेश ने लोगों से कहा कि मां गंगा में बहती लाशों को भूल मत जाना, पैदल चलने वाले लोगों को भूल मत जाना। याद रखना जिस गांव को बीजेपी ने गोद लिया उस गांव में बीजेपी प्रधानी हार गई।