धर्म
काशी विश्वनाथ धाम में क्या – क्या है ख़ास जानिए लोकार्पण से पहले
मंदिर चौक के व्यूइंग पॉइंट से माँ गंगा और बाबा के स्वर्ण जड़ित शिखर का एक साथ होगा दर्शन
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना श्री काशी विश्वनाथ धाम की इमारतें अब सामने दिखाई दे रही है । इन इमारतों में एम्पोरियम व मंदिर चौक का प्रांगण काफी महत्वपूर्ण है। सावन और महाशिवरात्रि जैसे महापर्वो में ये प्रांगण भक्तों के खड़े होने के लिए उपयोगी होगा। मंदिर चौक के व्यूइंग गैलरी से गंगा व बाबा के शिखर का दर्शन हो पाएगा । यहाँ मौजूद एम्पोरियम में देश की हस्त निर्मित, हैंडीक्राफ्ट आदि चीजें भी एक छत के नीचे मिल सकेगी । काशी विश्वनाथ धाम या कॉरिडोर का विकास 50,200 वर्ग मीटर में 339 करोड़ रूपये की लागत से हो रहा है। भव्य आनंद वन में सुरक्षा, म्यूजियम, फैसिलेशन सेण्टर ,वाराणसी गैलरी ,मुमुक्ष, भवन जैसे 24 भवन का निर्माण हो रहा है। मंदिर चौक के व्यूइंग गैलेरी से बाबा और माँ गंगा का अद्भुत नज़ारा दे सकेंगे। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में वास्तुशिल्प का अद्धभुत नज़ारा भी देखने को मिलेगा। मंदिर परिसर के पूर्वी द्वार से बाहर निकलते ही आप मंदिर चौक के विशाल एरिया में पहुंच जाएंगे। यही रास्ता आगे माँ गंगा के दर्शन भी कराएगा। इंग्लिश के यू (U ) आकार का भूतल प्लस दो मंजिल का यह प्रांगण करीब 35000 स्क्वायर फ़िट का है । मंदिर चौक गेटवे भी यही है।
श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के सीईओ सुनील वर्मा ने बताया कि मंदिर चौक की पहली मंजिल पर एम्पोरियम होगा। यहाँ पर हैंडीक्राफ्ट व सोविनियर की दुकानें होंगी। जिसमे देश के करीब सभी हिस्सों में बनाए जाने वाले हैंडीक्राफ्ट के उत्पादों की दुकानें होंगी । ये दुकानें अनेकता में एकता को पिरोती हुई देश के कई राज्यों का प्रतिनिधित्व करेंगी। इमारत की दूसरी मंजिल में मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों और उनके बोर्ड रूम के कार्यालय हैं। ये डबल मंजिला स्थान इमारत के दोनों ओर हैं। इस ईमारत का सबसे खूबसूरत स्थान व्यूइंग पॉइंट है। जहा खड़े होकर आप पूरे श्री काशी विश्वनाथ धाम के भव्य स्वरुप निहार सकते है। पूर्व की तरफ़ श्री काशी विश्वनाथ धाम की अन्य इमारते और माँ गंगा के दर्शन कर सकते है। वही पश्चिम की तरफ बाबा दरबार का अद्भुत नज़ारा दिखेगा। और बाबा दरबार का स्वर्ण शिखर के दर्शन भी कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि मंदिर चौक की ईमारत को हेरिटेज लुक देने के लिए राजस्थान के बालेश्वर के ग़ुलाबी पत्थरों को दीवारों पर लगाया गया है। इसके लगाने के विशेष तरीके से अंदर का तापमान संतुलित रहेगा। मंदिर चौक पर बने आकर्षक बिल्डिंग पर जाने के लिए के सीढिया है। इसमें बुजुर्गों और दिव्यांगों की सुविधा के लिए ,भी लिफ्ट का प्रावधान रखा गया है। व्यूइंग गैलेरी तक जाने के लिए भी दो लिफ्ट है। इस इमारत में कुल छह लिफ्ट है। भूतल पर प्रतीक्षालय बनाया गया है। यहीं पर पब्लिक यूटिलिटी की सुविधा बनाई गई है। जो अधिक से अधिक लोगों को सुविधा प्रदान करेगा। भगवान शंकर के प्रिय पौधे लगाए जा रहे है।