वाराणसी। मकर संक्रांति यह दिन जब सूर्य उत्तरायण होते हैं और इसी दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है बीएचयु के ज्योतिष विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर विनय पांडे बताते हैं इस दिन सभी को स्नान और दान करना चाहिए यह बेहद जरूरी है अगर कोई ऐसा नहीं करता तो उसे पुण्य का भागीदार नहीं माना जाता बल्कि वह पाप का भागीदार जरूर हो जाता है इस दिन जहां भी हो स्नान करें और अपनी योग्यता के अनुसार दान करें जिसमें तिल और अन्य दान का विशेष महत्व बताया गया है और स्नान करने के बाद तिल से बनी हुई कोई भी चीज का सेवन करें भगवान सूर्य की उपासना करें इससे सारे पापों का नाश होगा और साथ ही मनोरम इच्छा की प्राप्ति होगी इसके अलावा इस दिन से सारे शुभ कार्य आरंभ होते हैं तो इस दिन से अच्छा और शुभ दिन अंग्रेजी साल के शुरुआत में नहीं माना जाता
इस बार मकर संक्रांति 14 और 15 जनवरी दोनों ही दिन मनाई जाएगी पर तिथि के अनुसार 15 जनवरी मकर संक्रांति मनाने का सबसे उपयुक्त दिन है पर परंपरा के अनुसार 14 जनवरी को भी मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा सकेगा।