वाराणसी। वसंत ऋतु की शुरुआत होती है इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है हिंदु मान्यताओं के अनुसार मां सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है आज के दिन कहा जाता है कि सरस्वती मां का जन्म हुआ था और इसी वजह से इस दिन उनकी पूजा की जाती है सर्व विद्या की राजधानी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में भी छात्राएं वसंत पंचमी के इस दिन को अनोखे तरीक़े से मना रही है।
बसंत पंचमी पर पीले रंग का विशेष महत्व माना यहां तक कि स्कूलों शिक्षण संस्थाओं और मंदिरों में भी मां सरस्वती की प्रतिमा को पीले रंग के वस्त्र और आभूषणों से सजाया जाता है मां सरस्वती की आराधना करने वाले भक्त भी बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र पहनते हैं
बसंत पंचमी के दिन पीला रंग पहनना शुभ माना जाता है इसके पीछे है बसंत ऋतु का आना कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन से कड़कड़ाती ठंड खत्म होकर मौसम में परिवर्तन होता है हर तरफ पेड़ पौधे पर्यावरण और नई पत्तियां फूल कलियां सभी प्रकार के बदलाव देखे जाते हैं आसपास में परिवर्तन हो रहे होते हैं… इस समय गांव में सरसों की फसल की वजह से धरती पीली नजर आती है इस पीली धरती को ध्यान में रख लोग बसंत पंचमी का स्वागत पीले कपड़े पहन कर करते हैं इस मौके पर बीएचयु की छात्राओं ने भी सरसो के साथ अपनी तस्वीरें सांझा की जिसमे बीएचयु के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में सरसों के खेत मे अपनी मनमोहक भाव को दर्शाया। इन छात्रों में अंशिका, महिमा , निधि, अनुष्का , तानुषका, प्रियांशी आदि शामिल थी।