वाराणसी। समाजवादी पार्टी ने वाराणसी शहर दक्षिणी से महामृत्युंजय महादेव मंदिर के महंत किशन दीक्षित को मैदान में है और लगातार जनसम्पर्क में लगे हुए है किशन दीक्षित को मैदान मे उतारकर ब्राह्मण और बंगाली समाज बाहुल्य सीट पर सपा ने बड़ा दांव खेला है। सपा ने किशन दीक्षित को यहां से उतारकर एक तीर से कई निशाने लगाने की कोशिश की है। सपा को उम्मीद है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने से विस्थापित हुए परिवारों का सपोर्ट उन्हें मिलेगा। इसके अलावा ममता बनर्जी के सपोर्ट के कारण बड़ी संख्या में रहने वाला बंगाली समाज भी उन्हें ही वोट करेगा।
किशन लगातार वाराणसी के राजघाट इलाके में प्रचार करते नजर आये वाराणसी की इस सीट पर नीलकंठ तिवारी से पहले श्यामदेव राय चौधरी करीब तीन दशक से लगातार विधायक चुने जाते रहे हैं। सपा को इस बार औरंगाबाद घराने के नाम से मशहूर कमलापति त्रिपाठी के परिवार का भी यहां सपोर्ट मिल रहा है। कुछ समय पहले ही उनके पोते लोकपति त्रिपाठी और परपोते ललितेश त्रिपाठी ने ममता बनर्जी की टीएमसी ज्वाइन कर ली थी। ऐसे में सपा की नजर अपने परंपरागत यादव-मुस्लिम वोटों के साथ ही ब्राह्मण और बंगाली समाज के वोटों पर है।सपा को उम्मीद नहीं बल्कि पूरा विश्वास है की किशन दीक्षित और सपा की मेहनत रंग लाएगी और इस बार शहर दक्षिणी की सीट पर मृथक टूटेगा और सपा की जीत होगी।