वाराणसी । काशी में इस महाशिवरात्रि राजनितिक वाली दिखाई दी है बीजेपी हो या सपा सभी अपने – अपने दावों के साथ बाबा भोले को प्रसन्न करने में लगे हुए है ताकि दस मार्च को जब नतीजे आये तो उनकी नईया पार लग सके ऐसे में वाराणसी के दक्षिणी सीट पर मुकाबला जोर पर है यहाँ बीजेपी और सपा दोनों ने ही ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए ब्राह्मण प्रत्याशी को मैदान में उतारा है और दोनों ही अधिवक्ता है और ये हॉट सीट इसलिए है क्योंकि मौजूदा समय में भाजपा में प्रत्याशी यहाँ से विधायक है और प्रदेश में राजयमंत्री है और पिछले 8 सालो से ये सीट भाजपा के खाते में है और अब सपा इस तिलिस्म को तोडना चाहती है।
शिवरात्रि के दिन सभी प्रत्याशी लगातार भगवान शिव को बाबा भोले किस नगरी में प्रश्न करने में लगे हुए हैं ताकि उनकी जीत हो और विपक्ष की हार हो ऐसे में वाराणसी की हॉट सीट पर दक्षिणी से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और महामृत्युंजय मंदिर के महंत किशन दीक्षित भी सुबह से ही बाबा को प्रसन्न कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि इस बार यह सीट उनकी पार्टी जीतेगी क्योंकि भाजपा ने जो काम किया है उसे जनता संतुष्ट नहीं है उनका दावा है कि इस बार सिर्फ ब्राह्मण की लड़ाई नहीं है बल्कि एक वकील की वकील से लड़ाई है एक छात्र नेता की छात्र नेता से लड़ाई है और इस बार जीत उनकी पक्की है।
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और मौजूदा समय में वाराणसी शहर दक्षिणी से विधायक नीलकंठ तिवारी भी पूरा जोर लगा रहे हैं सबसे बड़ी बात तो यह भी है कि प्रदेश सरकार में वह इस समय धर्मार्थ मंत्री भी हैं उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने जो काम कर दिखाया है और प्रधानमंत्री मोदी का जो मार्गदर्शन मिला है उससे इस बार भी सीट उन्हे की होगी और जनता उनके साथ खड़ी है काशी विश्वनाथ धाम हो या फिर विकास कार्य सभी उनके विधानसभा क्षेत्र में हुआ है ऐसे में आशीर्वाद जनता का उन्हें को मिलेगा और भगवान शिव से भी वह मंगल कामना करते हैं आम जनता की और अपनी जीत प्रार्थना भी करते हैं।
बहरहाल भले ही शिवरात्रि इस बार राजनीतिक रंग में भी दिखाई दे रही है पर यह 10 मार्च को ही साथ होगा कि भगवान शिव का आशीर्वाद और जनता का साथ किसे मिलता है और कौन वाराणसी की इस दक्षिण सीट पर अपना दावा मजबूत कर पाता है