वाराणसी। मौसम में बदलाव अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है। दिन और रात के तापमान में काफी अंतर है। ऐसे में स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। जरासी भी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। डेंगू, वायरल आदि बीमारियों से बचाव के लिए भी सावधान रहने की जरूरत है।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि तापमान में हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण शरीर अपने आपको उसके अनुसार ढाल नहीं पाता है। इससे लोग बीमार हो जाते हैं। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया सहित अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए जिला व मंडलीय चिकित्सालय सहित समस्त सीएचसी/पीएचसी पर निःशुल्क जांच व दवा की सुविधा उपलब्ध है।
मंडलीय चिकित्सालय के वरिष्ठ परामर्शदाता व फिजीशियन डॉ आरएन सिंह ने बताया कि वर्तमान में सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल आदि मरीजों की काफी संख्या में ओपीडी हो रही है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी लोगों को परेशान कर रही है। बड़ों के साथ बच्चे भी मौसमी बुखार की चपेट में आ रहे हैं। बीमारी से बचने के लिए कपड़ों को साफ रखना चाहिए तथा साफ-सफाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए। मौसम के संक्रमण से लोगों को विशेष रूप से कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत है। बासी खाने का सेवन बिल्कुल नहीं करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोटीन, आयरन और विटामिन युक्त पौष्टिक आहार लें। डेंगू से बचाव के लिए कहीं भी ज्यादा दिनों के लिए पानी एकत्रित न होने दें। हर शनिवार-रविवार मच्छरों के स्रोत का नष्ट करते रहें। मच्छर से बचने के लिए दिन के समय बदन को ढकने वाले कपड़े पहनकर ही निकलना चाहिए। शारीरिक परेशानी होने पर नजदीकी चिकित्सक से परामर्श लें। चिकित्सक के परामर्श पर ही दवा लें ।
– मौसमी फलों और सब्जियों का प्रयोग करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन सी वाले फल जैसे संतरा, नींबू, आंवला ज्यादा लें।
– ठंडे पदार्थों का सेवन भी कई बार वायरल बुखार का कारण बन जाता है। गला खराब हो जाता है इसलिये आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक नहीं खाना चाहिए।
– बाजार की खाने वाली वस्तुएं, पिज्जा, बर्गर,चाट ,तली भुनी चीजें,खुले फल आदि नहीं खाने चाहिए। पर्याप्त पानी पीना चाहिए ,साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए।