
वाराणसी।अंगदान जैसा महादान हो ही नहीं सकता। अंगदान कर आप किसी को नया जीवन दे सकते हैं, आप किसी के चेहरे पर फिर से मुस्कान ला सकते हैं। आप किसी को फिर से ये दुनिया दिखा सकते हैं। अंगदान करके आप फिर किसी की जिंदगी को नई उम्मीद से भर सकते हैं। अंगदान करने से न केवल आपको बल्कि दूसरे को भी खुशी देती है।मृत्यु के बाद भी अगर आप किसी के काम आ सकें तो इससे बढियां और क्या हो सकता है। मृत्यु के बाद अगर आपका दिल किसी सीने में धड़के तो इससे बड़ी बात क्या हो सकती है। आपकी मृत्यु के बाद आपकी आंखें फिर से इस हसीन दुनिया को निहारें इससे सुंदर क्या हो सकता है। ये सब संभव है, लेकिन तब जब आप ऐसा नेक और सराहनीय काम के लिए आगे आएंगे जिसके बाद दुनियां आपको याद करेगी। आपके इस बेहद ही महान कार्य को दुनिया सलाम करेगी, आप खुद अंगदान करें और दूसरों को भी अंगदान के लिए प्रेरित करें।किसी व्यक्ति के जीवन में अंगदान के महत्व को समझने के साथ ही अंगदान करने के लिये आम इंसान को प्रोत्साहित करने के लिये 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है।इसे और बढ़ाने की जरूरत है, इसलिए वर्ल्ड ऑर्गन डोनेशन डे (World Organ Donation Day) मॉडल पाखी सिंह ने अपना अंग दान करने का फैसला लिया।

मॉडल पाखी सिंह ने मृत्यु पश्चात अपना शरीर दान करने का निर्णय लिया है। उन्होंने ऑनलाइन इसकी प्रोसेस की । और कंप्लीट होने के बाद पीडीएफ फॉर्मेट में उनके पास रिप्लाई मेल आया। उन्होंने खबर संसार से अपने मन की बात साझा करते हुए कहा कि उनका मन था कि उनके बाद मेरे ऑर्गन किसी जरूरतमंद के काम आए। इसलिए उन्होंने इसका निर्णय लिया।

पाखी सिंह के अंगदान करने के बाद उनके माता पिता बहन और दोस्तो ने भी अंगदान करने का फैसला लिया है जिनमे
पाखी की मां – दीपा सिंह ( पूरा अंग)
पाखी की बहन – पंक्ति सिंह (आंखे)
पाखी के पिता – dr तीर्थ राज ( पूरा अंग )
पाखी की दोस्त – दिव्या (पूरा अंग)
पाखी की आंटी – पूजा सिंह (पूरा अंग )
पाखी की मौसेरी बहन और उनके पति – सूची सिंह और जगदंबिका प्रसाद ( पूरा अंग ) शामिल है।
