
रिपोर्ट :- स्वतंत्र कुमार
वाराणसी। वाराणसी के सिगरा थानांतर्गत नगर निगम क्षेत्र में गत दो अप्रैल की रात चाकुओं से गोदकर युवक पर जानलेवा हमले के मुख्य आरोपी प्रतीक सिंह को पुलिस ने शिवपुरवा क्षेत्र से गिरफतार कर लिया। जिसे गुरुवार को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ के अनुसार दशाश्वमेध क्षेत्र निवासी प्रतीक सिंह मंदिर में फूल माला बेचने का काम करता था। आपसी अनबन के चलते उसकी प्रेमिका उससे अगल हो गई। और उसकी प्रेमिका के जीवन में नया युवक आ गया। दोनों कुबेर कॉम्प्लेक्स स्थित टाईटन शोरूम में साथ काम करते थे। इस बेरुखी से खफा पूर्व प्रेमी प्रतीक बदले की आग में झुलस रहा था।उसने कोलकाता (पश्चिम बंगाल) निवासी देवाशीष को मौत के घाट उतारने का फैसला किया। दो अप्रैल की शाम देवाशीष माधोपुर क्षेत्र में किराए पर कमरा देखने गया था। इसकी भनक प्रतीक को लग गई। वह पूर्व नियोजित तरीके से अपने दो साथियों को लेकर चंद्रिका नगर पहुंचा। जहां, सीआरपीएफ कैंप कार्यालय के पिछले गेट के समीप तीनो ने देवाशीष को चाकुओं से गोदकर जानलेवा हमला कर दिया। वारदात को अंजाम देकर हमलावर पैदल ही भाग निकले।घायल को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराने के बाद पड़ताल में जुटी पुलिस को घटना स्थल के इर्द गिर्द लगे सीसीटीवी कैमरों से काफ़ी मदद मिली। फुटेज की पड़ताल के दौरान घटना की गुत्थी सुलझती चली गई। देवाशीष के सहकर्मियों से पूछताछ में सामने आया कि प्रतीक ने पहले ही उसे जान से मारने की धमकी दी थी। मौजूदा साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने प्रतीक के ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह बच निकला। हालाकि बीती लोकेशन ट्रेस करते हुए मुख्य अभियुक्त को शिवपुरवा क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया। सिगरा थाना प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडेय ने बताया कि वारदात में शामिल दो अन्य युवकों की शिनाख्त हो गई है। जिन्हे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।