काशीसमाचार

अगर जिंदगी से हार मानते है तो वाराणसी की आस्था से मिलिए जो 100 हड्डियों के टूटे होने के बावजूद बनी है ग्राफिक डिजाइनर

शरीर में 12 ऑपरेशन 100 हड्डियों के टूटने के बाद भी बेड पर ही बनी ग्राफिक डिजाइनर

वाराणसी। वाराणसी की रहने वाली आस्था से, इनका नाम आस्था है लेकिन जीवन के प्रति जो सकारात्मक दृष्टिकोण है जो जीवन जीने के प्रति उनकी आस्था है, वह हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत का काम करेंगी,34 वर्षीय आस्था दिव्यांग है वह एक ऐसी बीमारी से ग्रसित हैं जो लाखों करोड़ों लोगों में 1 लोगों को होती है इनके शरीर की हड्डियां 100 जगहों से टूटी है जो शरीर में 12 ऑपरेशन होकर राड लगे, सन 2002 में किसी तरह से व्हीलचेयर पर इंटर पास करके आई,आज 20 वर्ष हो गया लेकिन वह अपने बेड पर से उठ नहीं पाई, अस्थियां इतनी कमजोर है कि उसने बैठने में भी टूट सकती है इसलिए हमेशा लेटे रहती है लेकिन जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण होने के कारण इन्होंने अपना हौसला नहीं छोड़ा और और दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रखी उन्होंने कंप्यूटर में इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी से डिग्री ली और आज एक ग्राफिक डिजाइनर के रूप में काम कर रही हैं इन्होंने अपना यूट्यूब चैनल खोला है और सारे वो काम करती हैं कर ही जो एक सामान्य व्यक्ति नहीं कर सकता है, बेड पर लेटे लेटे अपने माउस से इनकी अंगुलियां कंप्यूटर पर चलती रहती है।

बेड से आस्था ने दुनिया को मनाया अपना लोहा
आस्था के जीवन में जो सबसे बड़ी विशेषता है
इन्होंने गली में घूमने वाले लावारिस पशुओं के लिए एक संस्था बनाई है संस्था  रजिस्टर्ड है और उस संस्था के माध्यम से यह जीव संरक्षण का  कार्य कर रही,  किसी भी  प्रकार की  कहीं से कोई सहयोग सहायता न मिलने के बावजूद इनमें जितना आत्मबल है वो दर्शता है की डर के आगे जीत है और ये कहावत यहाँ चरितार्थ होती है।वह कभी भी व्हील  चेयर पर न बैठ सकती न चल सकती है आस्था चाहती है की इस प्रकार की डिजाइन कर एक  व्हील बेड बनाया जाए ताकि यह अपना मूवमेंट कर सके ऐसी उसकी इच्छा है, 20 वर्षों से धूप नहीं देखा 20 वर्षों से लोगों ने हरियाली ही देखते वह चाहती हैं धूप देखना हरियाली देखना…..उसकी इच्छा सभी के सहयोग से पूरी हो सकती है अगर आस्था की इच्छा को पूरा करना चाहते है कमेंट बॉक्स में कॉमेंट करे।

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